बीमार महसूस करने या फिर कोविड पॉज़ीटिव आने पर क्या करना चाहिए?



दुनियाभर में तेज़ी से बढ़ते कोरोना वायरस के मामले बताते हैं कि ओमिक्रॉन कितना संक्रामक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक नए अपडेट में कहा कि सामुदायिक प्रसारण वाले देशों में ओमिक्रॉन मामलों की संख्या 1.5 से 3 दिनों में दोगुनी हो रही है। यह वेरिएंट ऑफ कंसर्न 89 देशों में पाया गया है, जहां भारत के 11 राज्यों में मिले मामलों की संख्या 200 पर पहुंच गई है।

कोविड का नया वेरिएंट तेज़ी से लोगों को संक्रमित ज़रूर कर रहा है, लेकिन इसी बीच सतर्क रहना भी महत्वपूर्ण है ताकि हम तैयार रहें और इन बढ़ते मामलों को रोका जा सके।

अपने लक्षणों को पहचानें

नया वेरिएंट हल्के लक्षणों का कारण ही बन रहा है। इस वक्त, ओमिक्रॉन से जुड़े लक्षण पिछले वेरिएंट की तुलना कुछ अलग और अनोखे भी हैं। जैसे रात में सोते वक्त पसीना आना, भूख न लगना और भयानक बदन दर्द होना।

हल्का बुखार, गले में खुजली, कमज़ोरी और भयानक बदन दर्द ओमिक्रॉन के आम लक्षण बन गए हैं। जबकि सुगंध और स्वाद का न महसूस होना और नाक बंद होना जैसे लक्षण इस बार नहीं देखे जा रहे हैं। कुछ लक्षण आम ज़ुकाम जैसे लग सकते हैं, लेकिन एक्सपर्ट्स की सलाह है कि लक्षण बढ़ने से पहले कोविड-19 का टेस्ट करवाना बेहतर है।

आइसोलेशन न भूलें

जिस तरह ओमिक्रॉन के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे में अपने लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें। फौरन टेस्ट करवाएं। अगर आप बीमार महसूस कर रहे हैं या फिर टेस्ट में पॉज़ीटिव आते हैं, तो आपको खुद को आइसोलेट कर लेना चाहिए। जो परिवार, दोस्त या फिर रूममेट के साथ रहते हैं, उन्हें इनसे दूरी बनानी चाहिए। खुद को, अपनी चीज़ों को, बर्तनों को अलग करें और किसी के पास न आएं। अमेरिका के CDC की सलाह है कि कोविड पॉज़ीटिव आने पर 10 दिनों के लिए आइसोलेशन में रहें।

किस-किस को बताना है ज़रूरी?

आप जैसे ही टेस्ट में पॉज़ीटिव आएं, याद करें कि आप पिछले कुछ दिनों में किन-किन लोगों के संपर्क में आए हैं। उन सभी लोगों को बताएं और उन्हें भी आइसोलेट करने की सलाह दें। पॉज़ीटिव आने पर शर्म न महसूस करें। कोरोना वायरस कभी भी और किसी को भी संक्रमित कर सकता है।

अपने लक्षणों पर नज़र रखें

जब से लक्षण नज़र आए उस दिन से लेकर जब तक आप टेस्ट में नेगेटिव नहीं आ जाते, अपने लक्षणों पर नज़र बनाए रखें। कोविड-19 लक्षण एक से नहीं रहते, समय-समय पर बढ़ते घटते रहते हैं। जो शुरुआत में गंभीर नहीं लग रहा होता अचानक चिंता का विषय बन जाता है।

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